रसियाव का अर्थ
[ resiyaav ]
रसियाव उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इसके उपरांत रसियाव , रोटी और केला बाँटा जाता है।
- दिन भर उपवास के बाद शाम को रसियाव ( गुड़ से बनी खीर ) खाती हंै।
- पहले दिन एक बार खाया , दूसरे दिन पूरी तरह उपवास किया और जब चांद निकला तो पवनी ने रोटी और रसियाव यानी गुड़ , चावल और दूध का प्रसाद ग्रहण किया।
- ठेकुआ , सिंदूर , डलिया , सूप , नारियल , रसियाव यानी गुड़ और चावल की खीर , घीया , भात , चने की दाल की अंतहीन सूची इस माहौल को भर देती है।
- ठेकुआ , सिंदूर , डलिया , सूप , नारियल , रसियाव यानी गुड़ और चावल की खीर , घीया , भात , चने की दाल की अंतहीन सूची इस माहौल को भर देती है।
- दोसरा दिन , यानि सोमवार के कार्तिक शुक्ल पक्ष पंचमी के मौका पर दिनभर व्रत राखे वाला लोग सांझी खान विधि विधान से रोटी अउर रसियाव ( गुड़ से बनल खीर ) के प्रसाद तैयार करी , अउर ' खरना ' के पूजा के एकरा के ग्रहण करी।
- परना ( रसियाव ) के दिन रसियाव ( साठी के चावल तथा गुड़ से बनने वाली विशेष प्रकार की खीर ) , रोटी , फलों मे सिर्फ केले का प्रसाद बना सू र्य देव की पूजा की जाती है तथा यहीं देव- स्थान के पास एक शीर्शोपता ( मिट्टी से बना हुआ ) या कहीं- कहीं केले के पत्ते पर छठ के लिये निकाल पर पूजा की जाती है।
- परना ( रसियाव ) के दिन रसियाव ( साठी के चावल तथा गुड़ से बनने वाली विशेष प्रकार की खीर ) , रोटी , फलों मे सिर्फ केले का प्रसाद बना सू र्य देव की पूजा की जाती है तथा यहीं देव- स्थान के पास एक शीर्शोपता ( मिट्टी से बना हुआ ) या कहीं- कहीं केले के पत्ते पर छठ के लिये निकाल पर पूजा की जाती है।