रुद्रसावर्णि का अर्थ
[ rudersaaverni ]
रुद्रसावर्णि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- चौदह मनुओं में से बारहवें मनु:"रुद्र सावर्णि मनु का वर्णन पुराणों में मिलता है"
पर्याय: रुद्र सावर्णि मनु, रुद्रसावर्णि मनु, रुद्र सावर्णि
उदाहरण वाक्य
- इन्द्रियों के अभिमानी देवो के समान ही स्पर्श रूप रस गन्ध आदि तत्वों के अभिमानी अपान व्यान उदान आदि वायु देवों की सृष्टि हुयी । रैवत । चाक्षुष । स्वरोचिष । उत्तम । ब्रह्मसावर्णि । रुद्रसावर्णि । देवसावर्णि । दक्षसावर्णि । धर्मसावर्णि आदि मनु हुये ।
- * चौदह मनु : ब्रह्मा के पुत्र स्वायंभुव , अत्रि के पुत्र स्वारोचिष , राजा प्रियव्रत के पुत्र तापस और उत्तम , रैवत , चाक्षुष , सूर्य के पुत्र श्राद्धेदंव ( वैवस्वत ) , सावर्णि , दक्षसावर्णि , ब्रह्मसावर्णि , ब्रह्मसावर्णि , धर्मसावर्णि , रुद्रसावर्णि , देवसावर्णि , चंद्रसावर्णि।
- * चौदह मनु : ब्रह्मा के पुत्र स्वायंभुव , अत्रि के पुत्र स्वारोचिष , राजा प्रियव्रत के पुत्र तापस और उत्तम , रैवत , चाक्षुष , सूर्य के पुत्र श्राद्धेदंव ( वैवस्वत ) , सावर्णि , दक्षसावर्णि , ब्रह्मसावर्णि , ब्रह्मसावर्णि , धर्मसावर्णि , रुद्रसावर्णि , देवसावर्णि , चंद्रसावर्णि।