लक्षितार्थ का अर्थ
[ leksitaareth ]
परिभाषा
संज्ञा- किसी शब्द या वाक्य का उसके साधारण अर्थ से भिन्न अर्थ:"यदि कोई हमारा अपकार करे और हम उससे कहें कि वाह! आपने खूब उपकार किया तो यहाँ उपकार का लक्ष्यार्थ अपकार होगा"
पर्याय: लक्ष्यार्थ, लक्ष्य, लक्षित, उपलक्षित