वर्णवृत्त का अर्थ
[ vernevritet ]
वर्णवृत्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह छंद या पद्य जिसके चरणों में वर्णों की संख्या और लघु-गुरु का क्रम नियत होता है:"दंडकवृत्त एक प्रकार का वर्णवृत्त है"
पर्याय: वर्ण वृत्त, वर्ण-वृत्त, वार्णिक छंद, वार्णिक छन्द, वर्णिक छंद, वर्णिक छन्द, वर्णिकवृत्त, वर्णिक-वृत्त, वर्णिक वृत्त, वर्णिकछंद, वर्णिकछन्द, वृत्त
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सवैया यद्यपि वर्णवृत्त है , पर लय
- एक वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में एक तगण और एक यगण होता है।
- एक प्रकार का मंदिर 17 . एक आसन 18 . एक वर्णवृत्त 19 .
- ( काव्यशास्त्र ) एक वर्णवृत्त ( छंद ) , जिसके प्रत्येक चरण में आठ-आठ भगण होते हैं 3 . व्यापारी।
- ' प्रियप्रवास' की रचना संस्कृत वर्णवृत्त में करके खड़ी बोली को पहला महाकाव्य देनेवाले हरिऔध जी का योगदान नींव के पत्थर जैसा है।
- ' प्रियप्रवास' की रचना संस्कृत वर्णवृत्त में करके जहाँ 'हरिऔध' जी ने खड़ी बोली को पहला महाकाव्य दिया, वहीं आम हिन्दुस्तानी बोलचाल में 'चोखे चौपदे', तथा 'चुभते चौपदे' रचकर उर्दू जुबान की मुहावरेदारी की शक्ति भी रेखांकित की।
- ‘ प्रियप्रवास ' की रचना संस्कृत वर्णवृत्त में करके जहां उन्होंने खड़ी बोली को पहला महाकाव्य दिया , वहीं आम हिन्दुस्तानी बोलचाल में ‘ चोखे चौपदे ' , तथा ‘ चुभते चौपदे ' रचकर उर्दू जुबान की मुहावरेदारी की शक्ति भी रेखांकित की।