वारनारी का अर्थ
[ vaarenaari ]
वारनारी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- धन लेकर संभोग करने वाली स्त्री:"कुछ मासूम लड़कियों को ज़बरदस्ती वेश्या बना दिया जाता है"
पर्याय: वेश्या, रंडी, वैश्या, गणिका, तवायफ, तवायफ़, कोठेवाली, हरजाई, भोग्या, कंचनी, कंजरी, वारवधू, वारयुवती, वारमुखी, वारवाणी, वारविलासिनी, वारसुंदरी, वारसुन्दरी, वारकन्या, चूतमरानी, बाजारू-औरत, बाज़ारू-औरत, बाजारू औरत, बाज़ारू औरत, वारांगना, मंजिका, वारवधु, मंगलामुखी, बेसा, पणसुंदरी, पणसुन्दरी, पणस्त्री, पणागंना, वेशयुवती, वेशवधू, वेशवनिता, वेशस्त्री, वेश्मस्त्री, रूपजीविनी, लंजिका, पणांगना, पण्यांगना, पण्यस्त्री, कावेरी, बंधुदा, कामरेखा, लालबीबी, लाल-बीबी, बन्धुदा, लुखिया, लटी, शुंडा, शुण्डा, नष्टा
उदाहरण वाक्य
- ऐसी नारी वरनारी होते हुए भी वारनारी ही कही जायेगी मै उनके हाथ का भोजन नहीं छुऊंगा . .
- अथ जो नारी पञ्च पतियों के लावा अन्य परुष की भी प्रिय हो उस वारनारी को इस सभा में विवासना करना कोई अधर्म नहीं अन्याय नहीं . .
- बोलो . . मेरे अश्रुऊ की तो सुनो .. .. बोलो जब पुरुष बहुपत्नी ग्रहण कर सकता है तो नारी ही क्यों वारनारी कहलाये .. ................. पुरुष श्रेष्ठ होना तुम जवाब दो मुझे ...... .... तुम्हारी सखी .............. द्रौपदी ...... ..............
- इसमें नगर की साज सजावट , वारांगनाओं का व्यवहार, दास प्रथा, द्यूत क्रीड़ा, विट की धूर्तता, चौर्यकर्म, न्यायालय में न्यायनिर्णय की व्यवस्था, अवांछित राजा के प्रति प्रजा के द्रोह, एवं जनमत के प्रभुत्व का सामाजिक स्वरूप भली भाँति चित्रित किया गया है, साथ ही समाज में दरिद्रजन की स्थिति, गुणियों का संमान, सुख दु:ख में समरूप मैत्री के बिदर्शन, उपकृत वर्ग की कृतज्ञता, निरपराध के प्रति दंड पर क्षोभ, राज वल्लभों के अत्याचार, वारनारी की समृद्धि एवं उदारता, प्रणय की वेदी पर बलिदान, कुलांगनाओं का आदर्श चरित्र जैसे वैयक्तिक विषयों पर भी प्रकाश डाला गया है।