सजना-सँवरना का अर्थ
[ sejnaa-senvernaa ]
सजना-सँवरना उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- स्त्रियों का गहने, कपड़े आदि से अपने आपको सजाने की क्रिया:"कुछ स्त्रियों का अधिकांश समय शृंगार में व्यतीत होता है"
पर्याय: शृंगार, श्रृंगार, साज शृंगार, साज श्रृंगार, रूप सज्जा, साज सँवार, साज-शृंगार, साज-श्रृंगार, सजना-धजना, बनना-सँवरना, सजना-सवँरना, बनाव-शृंगार, सँवरना, सजना, बनना-ठनना, शृंगार करना, सजना सँवरना, आकल्प, सज-धज, बन-सँवर, बन-ठन, बनावशृंगार, सजधज, बनाव शृंगार, नोक-झोंक, नोकझोंक, नोंक-झोंक, नोक-झोक, नोकझोक, नोक झोक, नोंकझोंक, सिंगार, मेकप
- सज्जित या अलंकृत होना:"दुल्हन विवाह मंडप में जाने से पूर्व सँवरती है"
पर्याय: सँवरना, सजना, बनना-ठनना, शृंगार करना, सजना-धजना, सजना सँवरना, आकल्प
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- स्वयं का सजना-सँवरना भी इन्हें बहुत पसंद होता है।
- सजना-सँवरना तो दूर , एक जोड़े में ही शादी करना पड़ी।
- खाना-पहनना , सजना-सँवरना आदि भी तो एक प्रकार की कला ही
- खाना-पहनना , सजना-सँवरना आदि भी तो एक प्रकार की कला ही
- दुर्गा-पूजा के अवसर पर सजना-सँवरना तथा आभूषण खरीदने के तरीके बताये जाते हैं।
- रात आराम करना , सजना-सँवरना पसंद करती थी तो दिन हरदम दौड़ते भागते रहना।
- रात आराम करना , सजना-सँवरना पसंद करती थी तो दिन हरदम दौड़ते भागते रहना।
- ग हनों के प्रति लगाव मनुष्य की का सहज स्वभाव है और सजना-सँवरना नैसर्गिक
- - डॉ . एम.के. मजूमदार एक समय था, पुरुषों का सजना-सँवरना अच्छा नहीं माना जाता था।
- ग हनों के प्रति लगाव मनुष्य की का सहज स्वभाव है और सजना-सँवरना नैसर्गिक प्रवृत्ति ।