सपिंडी का अर्थ
[ sepinedi ]
सपिंडी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मृतक के निमित्त वह श्राद्ध कर्म जिसके अनुसार उसे और पितरों या परिवार के मृत प्राणियों के साथ मिलाया जाता है:"सपिंडी पूर्ण होने के पश्चात् ब्राह्मणों को भोजन खिलाया गया"
पर्याय: सपिण्डी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- द्वादशाह के दिन स्नान करके सपिंडी श्राद्ध किया जाता है ।
- दशगात्र , सपिंडी , तथा पितृ मिलन की क्रिया तदर्थ ही निहित है।
- दशगात्र , सपिंडी , तथा पितृ मिलन की क्रिया तदर्थ ही निहित है।
- दशगात्र , सपिंडी , तथा पितृ मिलन की क्रिया तदर्थ ही निहित है।
- दशगात्र , सपिंडी , तथा पितृ मिलन की क्रिया तदर्थ ही निहित है।
- कलियुग में धर्म के अनित्य होने के कारण पुरुषों की आयु क्षीणता तथा शरीर के क्षण भंगुर होने से बारहवें दिन सपिंडी की जा सकती है।
- अन्यथा अगर लडका-लडकी एक ही जाति से संबंधित थे और सगोत्रीय तथा सपिंडी नहीं थे तो फिर विवाह करने में कोई बुराई नहीं होनी चाहिए थी .
- अर्थात् कलियुग में धर्म के अनित्य होने के कारण पुरुषों की आयु क्षीणता तथा शरीर के क्षण भंगुर होने से बारहवें दिन सपिंडी की जा सकती है।
- प्राचीन नियम यही था कि वार्षिक श्राद्ध जो 12 वें मास में होता है उसी के बाद सपिंडीकरण श्राद्ध किया जावे और बिना सपिंडी के कोई मंगल कार्य घर में न हो।
- इस के बाद भी कानून में यह छूट दी गई कि किसी जाति या परिवार में परंपरागत रूप से सपिंडी मानने के संबंध में कोई विधि प्रचलित है और उस के अनुसार विवाह होता है तो वह अवैध नहीं होगा।