सरसाम का अर्थ
[ sersaam ]
सरसाम उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वैद्यक मे ज्वर की एक अवस्था जिसमें कफ, पित्त और वात एक साथ कुपित होकर बहुत उग्र रूप धारण कर लेते हैं:"सन्निपात से पीड़ित व्यक्ति बड़बड़ा रहा है"
पर्याय: सन्निपात, सन्निपात ज्वर, सन्निपात रोग, त्रिदोष
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- छा गया सरसाम सा है हर तरफ़
- जरा-सी असावधानी होने से सरसाम हो जाने का भय है।
- रंगशाला में गप्पी , सरसाम के खेल
- रंगशाला में गप्पी , सरसाम के खेल
- पैदा कर दी थी और वह पारा चढक़र सरसाम की सीमा तक जा पहुँचा था।
- सरसाम की सी कैफियत , मर्द भी इतना खूबसूरत होता है यह उसे मालूम नहीं था।
- अब पूर्णिमा ने आकर उसमें गरमी पैदा कर दी थी और वह पारा चढक़र सरसाम की सीमा तक जा पहुँचा था।
- मामूली ज्वर भी आ जाय , तो हमें सरसाम की दवा दी जाती है , मामूली फुंसी भी निकल आये , तो वह ज़हरबाद बन जाती है।
- जनसंख्या वृद्धि पर 1975 - 77 के आपातकाल के बाद बात करना भी गुनाह लगता था अभी तक संचार माध्यम तक उस सरसाम से निकल नहीं पाए हैं।
- आज की दुनिया मे बहुत से ऐसे इदारे हैं जो इत्तिलाते उमूमी हासिल करने के लिए इतनी बड़ी बड़ी रक़में खर्च करते हैं कि अगर आम इंसान इस रक़म के बारे मे सुने तो ज़हनी सरसाम मे मुबतिला हो जाये।