सर्वात्मवाद का अर्थ
[ servaatemvaad ]
सर्वात्मवाद उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- यह मत या सिद्धान्त कि संसार के सभी तत्त्वों, पदार्थों और प्राणियों में ईश्वर विद्यमान है एवं ईश्वर ही सब कुछ है:"सर्वात्मवाद के अनुसार ईश्वर ही जगत और जगत ही ईश्वर है"
पर्याय: सर्वेश्वरवाद
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सर्वात्मवाद से भी उनकी गुत्थी न सुलझती थी।
- वैदाओं का मूल धर्म सर्वात्मवाद ( ऐनिमिज़्म) है।
- संस्कार प्राप्त ( प्रोटेस्टांट) उदार ईसाई मत, उसने सर्वात्मवाद या
- आधुनिक युग के अधिकांश विचारक सर्वात्मवाद (
- प्रारंभ में पंत सर्वात्मवाद दर्शन में आस्था रखते है।
- प्रारंभ में पंत सर्वात्मवाद दर्शन में आस्था रखते है।
- उनके अनुसार सर्वात्मवाद मानव की एक अवैज्ञानिक आस्था मात्र है।
- उनके अनुसार सर्वात्मवाद मानव की एक अवैज्ञानिक आस्था मात्र है।
- उनके अनुसार सर्वात्मवाद मानव की एक अवैज्ञानिक आस्था मात्र है।
- महादेवी वर्मा ने छायावाद का मूल सर्वात्मवाद दर्शन में माना है।