साँझी का अर्थ
[ saanejhi ]
साँझी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह चित्र जो रंगों के चूर्णों को ज़मीन पर बुरककर बनाया जाता है:"लोग हनुमान के धूलिचित्र पर पैसे चढ़ा रहे हैं"
पर्याय: धूलिचित्र
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- साँझी की देह पर जड़े मिटटी के बताशे।
- प्रत्यक्षतः कोई कहानी जनसाधारण में साँझी से सम्बद्ध
- भावविभोर होकर गीतों द्वारा संध्या के समय साँझी
- और की साँझी रोग ले रोग ले ।
- दीपक जलाकर , पुष्प चढ़ाकर वे साँझी की आरती
- मेरी साँझी रानी और की साँझी . .. ।
- मेरी साँझी रानी और की साँझी . .. ।
- प्रभात की कविताएं हमारी साँझी थाती हैं .
- रंग-बिरंगी साँझी विशेष रूप से प्रदर्शित की जाती है।
- मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में भी साँझी का त्यौहार