साँथी का अर्थ
[ saanethi ]
साँथी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- ताने के सूतों का ऊपर नीचे होने की क्रिया:"साँथी देखकर बच्चा खुश हो रहा था"
- करघे में लगने वाली एक लकड़ी:"साँथी को सुतरा से अलग किया जाता है"
उदाहरण वाक्य
- प्यार से मिलते संगी साँथी , सिर्फ़ प्रेम की भाषा आती ! बोल जो मीठे भूल चुका मै, फिर होंठो पे लाना है !!
- अकेला हूँ मै ना कोई संग साँथी , बिना यारों के जिंदगी कट रही है ! कहना की आऊंगा महफ़िल सजाने !! ऐ पश्चिम से जाते हुए दोस्त सूरज ! आओगे कल तो पुछृँगा तुमसे , कोई घर मिला क्या ! पिताजी है कैसे कहा क्या है माँ ने , उठा था क्या भाई बहाना हँसी क्या ! मिली थी क्या नुक्कड़ पे यारो की महफ़िल , अभी तक है दिल मे यादें बसी क्या ! मिलुंग तुम्हे कल पूरब दिशा मै !!