सुरत्व का अर्थ
[ suretv ]
सुरत्व उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मानवता तो सुरत्व की भी जननी होती है।
- मैं मनुष्यता को सुरत्व की जननी भी कह सकता हूँ
- मैं मनुष्यता को सुरत्व की , जननी भी कह सकता हूँ,
- ' दुर्बलताओं से शोभित मनुष्यत्व सुरत्व से दुर्लभ है ' ।
- मैं मानवता को सुरत्व की जननी भी कह सकता हूं नर को ईश्वरता प्राप्त कराने आया।
- तारणहार न कोई पराया , तेरे मन में ईश्वर है- दीनबंधु बन नर होकर भी तू सुरत्व को वर सकता ..
- मैं मनुष्यता को सुरत्व की जननी भी कह सकता हूँ किन्तु मनुष्य को पशु कहना भी कभी नहीं सह सकता हूँ
- जैसे ही अलग हुए उन्होंने अपने सुरत्व में ' अ ' जोड़ लिया . [ अ + सुर = असुर हो जाता है .
- दरअसल यह विकृति-समग्रता का एक ऐसा सांचा है , जिसमें सुरत्व और असुरत्व का बँटवारा इस तरह कर दिया जाता है कि सुरपक्ष में विकार के लिए कोई जगह नहीं रहती और असुर पक्ष में सुकृति के लिए।
- करते हैं हम पतित जनों में , बहुधा पशुता का आरोप ; करता है पशु वर्ग किन्तु क्या , निज निसर्ग नियमों का लोप ? मैं मनुष्यता को सुरत्व की , जननी भी कह सकता हूँ , किन्तु पतित को पशु कहना भी , कभी नहीं सह सकता हूँ॥