सूर्यावर्त का अर्थ
[ sureyaavert ]
सूर्यावर्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाने वाली एक एकवर्षीय बरसाती वनस्पति जो औषध के रूप में काम आती है और जिसके पूरे शरीर पर रोएँ पाए जाते हैं :"हुलहुल की पत्तियों से तेल निकाला जाता है"
पर्याय: हुलहुल, सूरजवर्त, अर्कपुष्पिका, हुड़हुड़, हुरहुर, अर्कभक्ता, आदित्यभक्ता, कानफुटिया, आदित्यभक्त, कर्णस्फोट, तिलपर्णी, जलब्राह्मी, जलब्रह्मी, पार्वतेय, वराहकाली, वरिष्ठा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अर्धकपारी ( सूर्यावर्त, आधासीसी या अंग्रेज़ी:माइग्रेन) एक सिरदर्द का रोग है।
- ** बहन जी , आपका रोग आयुर्वेद में आधाशीशी और सूर्यावर्त नाम से जाना जाता है ।
- यह रक्तशोधक होते हए भी सिर के दर्द में उपयोगी है खासकर सूर्यावर्त रोग में यह चमत्कारी प्रभाव दिखाती है।
- सिर दर्द 11 तरह के होते हैं- वातज , शंखक , अर्द्धविभेदक , सन्निपातज , रक्तज , क्षयज , पित्तज , कफज , कृमिज , सूर्यावर्त और अनन्तवात।
- सिर दर्द 11 तरह के होते हैं- वातज , शंखक , अर्द्धविभेदक , सन्निपातज , रक्तज , क्षयज , पित्तज , कफज , कृमिज , सूर्यावर्त और अनन्तवात।
- कुछ प्रमुख भेद इस प्रकार हैं- सूर्यावर्त : सूर्योदय होते ही सिर दर्द शुरू होना और दोपहर होने तक बढ़ते जाना व इसके बाद कम होने लगना और सूर्यास्त होने पर दर्द बन्द हो जाना सूर्यावर्त कहलाता है।
- कुछ प्रमुख भेद इस प्रकार हैं- सूर्यावर्त : सूर्योदय होते ही सिर दर्द शुरू होना और दोपहर होने तक बढ़ते जाना व इसके बाद कम होने लगना और सूर्यास्त होने पर दर्द बन्द हो जाना सूर्यावर्त कहलाता है।
- 5 . पुरानी पक्की ईंट को पीसकर खूब महीन कर आक के दूध में तर कर सुखाकर और तौलकर प्रति 10 ग्राम में सात लवंग बारीक पीसकर मिलादें इसमें से 125 मिलीग्राम या 250 मिलीग्राम की मात्रा में सुंघाने से मस्तक पीड़ा , सूर्यावर्त , प्रतिश्याय , पीनस और मोतिया बिन्द में लाभ होता है।
- 5 . पुरानी पक्की ईंट को पीसकर खूब महीन कर आक के दूध में तर कर सुखाकर और तौलकर प्रति 10 ग्राम में सात लवंग बारीक पीसकर मिलादें इसमें से 125 मिलीग्राम या 250 मिलीग्राम की मात्रा में सुंघाने से मस्तक पीड़ा , सूर्यावर्त , प्रतिश्याय , पीनस और मोतिया बिन्द में लाभ होता है।