स्थिर-चित्त का अर्थ
[ sethir-chitet ]
स्थिर-चित्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जिसका चित्त या ध्यान किसी एक बात में लगा हो या जो पूरी लगन से किसी एक ही काम या बात में लीन हो:"एकाग्रचित्त विद्यार्थी ही अपना लक्ष्य प्राप्त करता है"
पर्याय: एकाग्रचित्त, एकाग्र-चित्त, एकाग्र, एकचित्त, स्थिरचित्त, तन्मय, समाविष्ट, समावेशित, एकतान, अनन्यचित्त, अनन्यमनस्क, चंचलतारहित
उदाहरण वाक्य
- हमारी जो आस्था है , वह सारे महाद्वीपों में सदा-सदा के लिए अप्रकट प्रतीक्षा करती है, किसी को आमंत्रित नहीं करती, कोई वचन नहीं देती, शान्ति और प्रकाश में स्थित रहती है, आश्वस्त और स्थिर-चित्त कोई निराशा नहीं जानती है, धैर्य से प्रतीक्षा करती है, अपने समय की प्रतीक्षा करती है।
- घोर एकांतिक अनुभूतियों से उपजी निराशा , घुटन, टूटन जैसी चिंताओं और चिंतनों से भरी कविताओं की भीड़ में, कभी त्रिलोचन ने स्वयं को डूबने ही नहीं दिया और एक स्थिर-चित्त कवि के समान अपने भीतर के संसार में डूब कर जो अनुभूति वे पाते गये, उसी के अनुसार उन्होंने कविताएँ लिखीं।