हितैषिता का अर्थ
[ hitaisitaa ]
हितैषिता उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हितैषी होने की अवस्था या भाव :"उनका यह कार्य जाति हितैषिता में सहायक होगा"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- से दूध डालकर सूरदास के पास आई और विषाक्त हितैषिता से बोली-यह लो ,
- राज्य से वेतनपाने के लिए शिक्षक यदि सह्रदय हुआ तो बालक का किंचित हित होना सम्भव भीहै , अन्यथा उस पद्धति से बालक की हितैषिता का कोई सम्बन्ध नहीं है.
- एक कुल्हिया में आधा पानी लिया , ऊपर से दूध डालकर सूरदास के पास आई और विषाक्त हितैषिता से बोली-यह लो , लौंडे की जीभ तुमने ऐसी बिगाड़ दी है कि बिना दूध के कौर नहीं उठाता।
- जागीर उन्मूलन के पश्चात उन्होंने अपने ठिकाने के घोडे़ और गायें भी सदाकत आश्रम पटना , वनस्थली विद्यापीठ जयपुर, चौपासनी विधालय जोधपुर और अपने ठिकाने के ग्रामवासियों और कवियों को प्रदान कर अपनी उदारता और समाज हितैषिता का परिचय दिया था।
- जागीर उन्मूलन के पश्चात उन्होंने अपने ठिकाने के घोडे़ और गायें भी सदाकत आश्रम पटना , वनस्थली विद्यापीठ जयपुर, चौपासनी विधालय जोधपुर और अपने ठिकाने के ग्रामवासियों और कवियों को प्रदान कर अपनी उदारता और समाज हितैषिता का परिचय दिया था।
- स् वामी दयानंद के देश हितैषिता के सच् चे उसूलों को इसी कारण से न चलने दिया वरन् दयानंद का नाम लेते चिढ़ते हैं दूसरे यह कि धर्म के चोखे सिद्धांत तो तलवार की धार हैं न उसके पात्र सब लोग हो सकते हैं न इस समय की विषय-लंपट हमारे वर्तमान बिगड़े समाज को उसमें कोई सुख है।
- शरीर की सजावट ( फैशन ) का भाव न होना , रहन सहन में सादगी तथा चाल ढाल में स्वाभाविक सीधापन होना , बनावट अथवा ऐंठ अकड़ का न होना यह शरीर की सरलता है छल , कपट , ईष्र्या , द्वेष आदि का न होना तथा निष्कपटता , सौम्यता , हितैषिता , दया , उदारता आदि का होना यह मन की सरलता है।
- शरीर की सजावट ( फैशन ) का भाव न होना , रहन सहन में सादगी तथा चाल ढाल में स्वाभाविक सीधापन होना , बनावट अथवा ऐंठ अकड़ का न होना यह शरीर की सरलता है छल , कपट , ईष्र्या , द्वेष आदि का न होना तथा निष्कपटता , सौम्यता , हितैषिता , दया , उदारता आदि का होना यह मन की सरलता है।