हिरनखुरी का अर्थ
[ hirenkhuri ]
हिरनखुरी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- बरसात में उगनेवाली एक लता :"हिरनखुरी के पत्ते हिरन के खुर के समान होते हैं"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- हिरनखुरी ( वैज्ञानिक नाम : कानओलबूलस आर्वेन्सिस /
- ( ४) हिरनखुरी (Convolvulus arvensis) यह गेहूँ और जौ के खेतों में उगकर फसलों को हानि पहुँचाता है।
- खरपतवार का नाम : १. चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार जैसे बथुआ आरजीमोन (सत्यानाशी) हिरनखुरी, कृष्णनील गजरी, प्याजी आदि।
- हिरनखुरी ( वैज्ञानिक नाम : कानओलबूलस आर्वेन्सिस / Convolvulus arvensis) खरपतवार की एक जाति है जो एशिया एवं यूरोप का मूलवाली है।
- जो स्थान जानवरों के नमो से जाने जाते थे जैसे की हाथीनाला , तेंदू , गायघाट , बग्घानाला , सूअरसोत , हिरनखुरी अब केवल नाम के ही रह गये है .
- जो स्थान जानवरों के नमो से जाने जाते थे जैसे की हाथीनाला , तेंदू , गायघाट , बग्घानाला , सूअरसोत , हिरनखुरी अब केवल नाम के ही रह गये है .
- मकोय , हिरनखुरी , महकुवा , पत्थरचटटा , बड़ी दुदधी , हजारदाना , कृष्णनील , नर , नील कमली , मुमिया , तिनपतिया , जुगली जूट , बथुआ , खारथआ व लटजीरा आदि।
- मकोय , हिरनखुरी , महकुवा , पत्थरचटटा , बड़ी दुदधी , हजारदाना , कृष्णनील , नर , नील कमली , मुमिया , तिनपतिया , जुगली जूट , बथुआ , खारथआ व लटजीरा आदि।
- खरपतवार नियंत्रण : गेहूँ की फसल में रबी ऋतु के लगभग सभी खरपतवार जैसे गजरी बथुआ प्याजी खरतुआ हिरनखुरी, चटरी-मटरी जंगली गाजर, सेजी, अकरा, अकरी, कृष्णनील, गेहूसा, तथा जंगली जई आदि की समस्या रहती है।
- खरपतवार नियंत्रण : जौ की फसल में बथुआ, हिरनखुरी, प्याजी कृष्णनील आदि चौड़ी पत्ती वाले तथा गेहूसा तथा जंगली जई की रोकथाम हेतु गेहूं की फसल में संस्तुत किये गये तृणनाशी रशय्नो का छिड़काव करें |