अघ उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- तऊ न मेरे अघ अवगुन गनिहैं / तुलसीदास
- चित्त चिंतन करत जग अघ हरत तारन तरन।
- जातिहीन अघ जन्म महि मुक्त कीन्हि असि नारि।
- जे अघ मातु, पिता सुत मारे ।
- सत्यासक्त दयाल द्विज प्रिय अघ हर सुख कन्द।
- कहहु कवन अघ परम कराला॥ 3 ॥
- होउ नाथ अघ खग गन बधिका ।”
- वन उपवन वाटिका तड़ागा, देखतपुरी अखिल अघ भागा।
- पर निंदा सम अघ न गरीसा॥ 1 1 ॥
- मुण्डन की माल तत्काल अघ हर है।