अतिचारी उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- इस वर्ष शनि का वक्री व गुरु का अतिचारी होना भी ठीक नहीं।
- अतिचारी ग्रह अपनी बाईं ओर अर्थात् वाम दृष्टि करता है, और अपनी मध्यम गति
- क्योंकि शनि और मंगल ग्रह के वक्रीय के साथ अब गुरू ग्रह भी अतिचारी हो गया है।
- वह अगली राशि मीन में चला ज ा एगा और मीन राशि में भी यह अतिचारी रहेगा।
- भयावह अट्टहास करती है वह कि अतिचारी का हृदय काँप उठा है, सन्न रह गया है वह।
- इसके अलावा षडाष्टक योग, अतिचारी गुरू योग तथा वक्री मंगल योग के कारण विस्फोटक स्थितियों के संकेत हैं।
- जो भारत का निर्माता है, सारे दुःख वह ही पाता है; अतिचारी मौज मनाते हैं वे 'कालजयी' कहलाते हैं।
- इस समय गुरु अतिचारी है तथा शनि वक्री है जो उत्तर भारत में युद्ध रूपी स्थिति उत्पन्न कर देगी।
- इस प्रकार अतिचारी को धारा 441 भा0द0सं0 उ0प्र0 संशोधन अधिनियम 1961 के अन्तर्गत कोई नोटिस नहीं दिया गया है।
- जब कोई ग्रह अपनी समान्य गति से अधिक तेजी से चलता है तब उस ग्रह को अतिचारी ग्रह कहा जाता है.