पंक ज्वालामुखी उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- ये पंक ज्वालामुखी 1000-1200 वर्ग मी0 के क्षेत्र में विस्तृत हैं और लगभग 30 मी0 व्यास व 2 मी0 उंचे अर्धवृत्ताकार टिब्बे का निर्माण करते हैं।
- फिलहाल अंडमान में इस तरह के 11 पंक ज्वालामुखी पाए गए हैं, जिनमें से 08 बाराटांग व मध्य अंडमान में एवं 03 डिगलीपुर (उत्तरी अंडमान) में अवस्थित हैं।
- सबसे विशाल पंक ज्वालामुखी कैस्पियन सागर क्षेत्र में पाया गया है, जो कि लगभग एक कि 0 मी 0 चैड़ा व उंचाई सैकड़ा मी 0 में है।
- जहाँ सामान्य ज्वालामुखी में भूपटल को फोड़कर पिघले पत्थर, राख, वाष्प व लावा निकलते है, वहीं पंक ज्वालामुखी से कीचड़, गैस व पत्थर निकलते हैं।
- ये पंक ज्वालामुखी 1000-1200 वर्ग मी 0 के क्षेत्र में विस्तृत हैं और लगभग 30 मी 0 व्यास व 2 मी 0 उंचे अर्धवृत्ताकार टिब्बे का निर्माण करते हैं।
- बंगाल की खाड़ी में स्थित भारत के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के बाराटांग द्वीप में जारवा क्रीक गाँव में 18 फरवरी 2003 की सांय 7: 45 बजे सर्वप्रथम पंक ज्वालामुखी का उद्भव हुआ।
- बंगाल की खाड़ी में स्थित भारत के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के बाराटांग द्वीप में जारवा क्रीक गाँव में 18 फरवरी 2003 की सांय 7: 45 बजे सर्वप्रथम पंक ज्वालामुखी का उद्भव हुआ।
- फिलहाल अंडमान में इस तरह के 11 पंक ज्वालामुखी पाए गए हैं, जिनमें से 0 8 बाराटांग व मध्य अंडमान में एवं 0 3 डिगलीपुर (उत्तरी अंडमान) में अवस्थित हैं।
- मड वॉल्केनो) या पंकमुखी या पंक ज्वालामुखी एक ऐसी प्राकृतिक रचना को कहते हैं जिसमें ज़मीन के नीचे से उभरते हुए गरम द्रवों और गैसों से एक टीला बन जाए जिसके ऊपर स्थित मुख से गीली मिट्टी और मलबा (यानि 'गारा') उगलता हो।