मनहरण उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- षडऋतु वर्णन: मनहरण घनाक्षरी/कवित्त छंद
- जग मनहरण रूप ये माता ॥
- यहां के मनहरण कौशिक, सियाराम कौशिक के बड़े साले हैं।
- इनकी रचनाएँ आरती के पुष्प की तरह सुगन्धित और मनहरण हैं.
- निज कलाकामिनी द्वारा दर्शकजनों के मनहरण करने की आज्ञा दी जावे।
- अतः, मनहरण घनाक्षरी छंद का शुद्ध रूप तो ८-८-८-७ ही है.
- और हां, मनहरण कवित्त तो मात्रिक नहीं वार्णिक छंद है!
- संजीव ' सलिल ' * मनहरण घनाक्षरी छंद एक वर्णिक छंद है.
- आप भी सुने पहले गड़वा बाजा फिर मनहरण की बातों के कुछ अंश...
- खेत के मेढ़ म पांव धरते ही मनहरण के गुस्सा सातवां आसमान म चढ़गे।