मन्द्र उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- प्राणवायु उर स्थल में आहत होकर मन्द्र स्वर को उत्पन्न करता है।
- प्राणवायु उर स्थल में आहत होकर मन्द्र स्वर को उत्पन्न करता है।
- उर स्थान के मन्द्र स्वर को अनुदात्त या प्रात: सवन कहते हैं।
- प्राचीन काल के गायकों में मन्द्र और अतिमन्द्र गायन का चलन था।
- मन्द्र स्वरों के नीचे एक बिन्दी लगा कर उन्हें मन्द्र बताया जाता है।
- मन्द्र स्वरों के नीचे एक बिन्दी लगा कर उन्हें मन्द्र बताया जाता है।
- १) बहुधा इस राग में आलाप तान मन्द्र निषाद से प्रारम्भ करते हैं।
- उर स्थान के मन्द्र स्वर को अनुदात्त या प्रात: सवन कहते हैं।
- मन्द्र और मध्य सप्तक के प्रतह्म हिस्से में होती है (पूर्वांग प्रधान राग)।
- इस राग का चलन मुख्यत: मन्द्र और मध्य सप्तक के प्रतह्म हिस्से म...