मुदीर उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- सम्पादक जैसी व्यवस्था बीती कुछ सदियों की देन है जिसके लिए यह शब्द चुना गया तब से मुदीर शब्द सम्पादक के लिए रूढ़ हो गया है।
- हो जाता है |-एक रोज़ सुस्त दोपहर मैं साहिर ' अदब-ऐ-लतीफ़' के दफ्तर में बेहिस बैठे (जहाँ वो मुदीर की हैसियत से काम कर रहे थे);
- शब्बीर वासन खान जोश (1898-1982) की पैदाइश मलीहाबाद (उत्तर प्रदेश) की थी और वो अफरीदी पठान के वारिस थे | इन्होने कुछ हिंदी फिल्मों के लिए गाने लिखे और एक 'आज कल कलाम' नाम के रिसाले को भी मुदीर की हैसियत से चलाया
- वहां के अदबी माहौल में उनका खासा नाम था, लेकिन अदब-ऐ-लतीफ़ में काम मिलने से पहले उनकी माली हालत अच्छी नहीं थी, अगर ये कहा जाये के बहुत बुरी थी तो सही होगा | इन्ही दिनों काम की तलाश में साहिर कराची पहुँच गए जहाँ 'साक़ी' के लिए शाहिद को एक मुदीर की तलाश थी | साहिर जानते थे के वसीले (
- लेकिन अजीब बात यह है कि मुझ इस में मौलाना हामिद अली खान मुदीर ” हुमायूँ ” की खत्ताती की झलक नज़र आई. यह हल्की सी मगर काफी मरई मुमासलत-ओ-मुशाबहत अपने अन्दर क्या गहराई रखती है इसके मुताल्लिक मैं अब भी गौर करता हूँ तो मुझे कोई ऐसा शोशा या नुक्ता सुझाई नहीं देता जिस पर मैं किसी मुफूज़े की बुनियादें खड़ी कर सकूं.
- साहिर इन दिनों ' अदब-ए-लतीफ़ ' के मुदीर थे | इस कोन्फेरेंस में साहिर ने तरक्की पसंद शायरी पर मज़मून पढ़ा, जिसे बेहद दाद मिली | यूं तो साहिर का नाम बेशतर की जुबां पर था और सभी उनकी शायरी से भी वाकिफ थे, लेकिन शक्सी तौर पर साहिर की मुलाकातें बहुत कम असहाब से थीं | मज़मून पढ़ने के बाद गोया एक और दुनिया साहिर से जाती तौर पर मूतआरुफ़ हो गयी |