सराफ़ उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- नलिन सराफ़ कहते हैं, शैलेंद्र का असली नाम शंकर दस राव है, लेकिन साहित्य में शंकर शैलेंद्र और फ़िल्मों में वह शैलेंद्र नाम से जाने जाते हैं.
- ' प्रियदर्शिनी पुरस्कार', 'घनश्याम दास सराफ़ पुरस्कार' तथा काशी नागरी प्रचारिणी सभा, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, मुंबई विद्यापीठ, आरोही, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, सतपुड़ा संस्कृति परिषद आदि संस्थाओं से सम्मानित।
- इस अवसर पर पटना रोटरी शक्ति की अध्यक्ष सुनीता सराफ़, पल्ली-पुरोहित फ़ादर ग्रेगरी गोम्स, संस्थान की संचालिका स्टेला साह और प्रशिक्षिका कमला देवी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
- : साहित्य में योगदान के लिए 'प्रियदर्शिनी पुरस्कार', 'घनश्याम दास सराफ़ पुरस्कार' तथा काशी नागरी प्रचारिणी सभा, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, मुंबई विद्यापीठ, आरोही, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, सतपुड़ा संस्कृति परिषद आदि संस्थाओं से सम्मानित
- सम्मान-पुरस्कार: साहित्य में योगदान के लिए 'प्रियदर्शिनी पुरस्कार', 'घनश्याम दास सराफ़ पुरस्कार' तथा काशी नागरी प्रचारिणी सभा, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, मुंबई विद्यापीठ, आरोही, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, सतपुड़ा संस्कृति परिषद आदि संस्थाओं से सम्मानित।
- संकलनकर्ता नलिन सराफ़ का कहना है कि मेरे बड़े भाई श्री अनिल जी, जो शैलेंद्र जी के अभिन्न मित्र रहे हैं, चाहते हैं कि उनकी रचनाएं और अनछुए जीवन के प्रसंग लोगों के सामने आएं.
- हिन्दी के अभिनेताओं को क्या दोष देना, मराठी के सुपर स्टार अशोक सराफ़ और लक्ष्मीकांत बेर्डे भी हिन्दी में नौकर, हीरो का दोस्त, या मुनीम जैसे दस मिनट के रोल से संतुष्ट हो जाते हैं, जबकि ये रोल उन जैसे उत्कृष्ट कलाकारों के लायक नहीं हैं ।
- हिन्दी के अभिनेताओं को क्या दोष देना, मराठी के सुपर स्टार अशोक सराफ़ और लक्ष्मीकांत बेर्डे भी हिन्दी में नौकर, हीरो का दोस्त, या मुनीम जैसे दस मिनट के रोल से संतुष्ट हो जाते हैं, जबकि ये रोल उन जैसे उत्कृष्ट कलाकारों के लायक नहीं हैं ।
- कमलेश्वर, राजेन्द्र यादव, मनोहर श्याम जोशी, गोविन्द मिश्र, कामता नाथ, ज्ञानरंजन, कन्हैया लाल नंदन, सूर्यबाला, सुधा अरोड़ा, जितेन्द्र भाटिया, सुदीप, देवमणि पाण्डेय, दिनेश ठाकुर, राजेन्द्र गुप्ता, सुरेन्द्र पॉल, कन्हैया लाल सराफ़, राम नारायण सराफ़, सभी इस सम्मान के साथ जुड़ते चले गये.
- कमलेश्वर, राजेन्द्र यादव, मनोहर श्याम जोशी, गोविन्द मिश्र, कामता नाथ, ज्ञानरंजन, कन्हैया लाल नंदन, सूर्यबाला, सुधा अरोड़ा, जितेन्द्र भाटिया, सुदीप, देवमणि पाण्डेय, दिनेश ठाकुर, राजेन्द्र गुप्ता, सुरेन्द्र पॉल, कन्हैया लाल सराफ़, राम नारायण सराफ़, सभी इस सम्मान के साथ जुड़ते चले गये.