अनहित उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- हित अनहित या जगत में जानि परत सब कोय ||
- जो कर हित अनहित ताहू सों।।3।।
- बंस कि रह द्विज अनहित कीन्हें।
- हित जो करत अनहित की करनि
- हित अनहित या जगत में, जानि परै सब कोय।।
- कुदिन हितू सो हित सुदिन हित अनहित किन होइ ।
- हित अनहित पशु पक्षी जाना ' पै ये जानहिं नाहिं।
- आगे कह हित वचन बनाई, पीछे अनहित मन कुटिलाई ।
- देखि परत नहि हित अनहित कछु परे बैरि बस जाई ।।
- हित अनहित वा जगत में, जानि परत सब कोय ॥