कँवल उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- हे सपनो का शीशमहल बाहों के खिलते कँवल
- (ख) कँवल न आछो अपनि बारी।
- एक नाज़ुक सा मैं शफ्फाफ़ कँवल हो जाऊं
- उसमें ४ भद व एक कँवल बनता है।
- गगन गरजि अमृत चुवै, कदली कँवल प्रकास ।
- चांद के हाथ से तारों के कँवल फिर गिरकर
- कँवल जिआई साहब को दिल से श्रधांजलि.
- मन्त्र अधरों के कँवल छूते हुए दस बार सिहरे
- कँवल ज़लाते हुये जु़लमतों के सीनों में
- के आरजू के कँवल खिल के फूल हो जाएँ