कर्ता कारक उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- ऊष्मों के स्थान पर स् का प्रयोग है तथा अकारांत कर्ता कारक एकवचन रूप ओ में अंत होता है।
- ऊष्मों के स्थान पर स् का प्रयोग है तथा अकारांत कर्ता कारक एकवचन रूप ओ में अंत होता है।
- 1. कर्ता कारक जिस रूप से क्रिया (कार्य) के करने वाले का बोध होता है वह कर्ता कारक कहलाता है।
- इनमें हमें र् के स्थान पर ल् तथा अकारांत संज्ञाओं के कर्ता कारक एक वचन की ए विभक्ति प्राप्त होती है।
- इनमें हमें र् के स्थान पर ल् तथा अकारांत संज्ञाओं के कर्ता कारक एक वचन की ए विभक्ति प्राप्त होती है।
- यह संज्ञाशब्द ‘ भगवत् ' का प्रथमा विभक्ति (कर्ता कारक, nominative case) का एकबचन में विभक्ति रूप है ।
- अध्याय 7 1. कर्ता कारक जिस रूप से क्रिया (कार्य) के करने वाले का बोध होता है वह ‘ कर्ता ' कारक कहलाता है।
- इसमें और के लिए होर का प्रयोग होता है तथा ने का प्रयोग कर्ता कारक के ही प्रसंग में नहीं, वरन कर्म और संप्रदान कारकों के प्रसंग में भी होता है।
- सिंहल में क्रियाओं के ये आठ प्रकार माने गए हैं-(1) कर्ता कारक क्रिया (2) कर्म कारक क्रिया, (3) प्रयोज्य क्रिया, (4) विधि क्रिया, (5) आशीर्वाद क्रिया, (6) असंभाव्य, (7) पूर्व क्रिया, तथा (8) मिश्र क्रिया।
- कर्ता कारक में ' हि ' की विभक्ति गोस्वामी तुलसीदास जी ने तो केवल सकर्मक भूतकालिक क्रिया के सर्वनाम कर्ता में ही लगाई है (जैसे, तेइ सब लोक लोकपति जीते) पर जायसी में अकारांत संज्ञा कर्ता में भी यह चिह्न प्राय: मिलता है, जैसे-