दुकूल उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- जब कहा “विदा बेला प्रियतम कर लूँ सम श्लथ दुकूल अपना ।”
- नग्न हुई हर डाली सतत समस्यायी शूलों में उलझे रहे दुकूल...
- भव्यता धारण किये शुचि धवल दिव्य दुकूल, या खिले जीवन-लता पर ये सुयश के फूल।
- पहन चाँदनी के दुकूल धर शीतल घन उर सजा तारों से अंग मृदुल नयनों में दीप झिल मिल ।
- बेला विभ्रम की बीत चली रजनीगंधा की कली खिली अब सांध्य मलय आकुलित दुकूल कलित हो यों छिपते हो क्यों?
- सत्पथ में हैं विघ्न दृष्टि सबकी मैली है॥ काँटों में खिल रहे फूल से, माँ के ममतामय दुकूल से।
- बेला विभ्रम की बीत चली रजनीगंधा की कली खिली अब सांध्य मलय आकुलित दुकूल कलित हो यों छिपते हो क्यों? झरना
- घाम सों बामलता मुरझानी, बयारि करैं घनश्याम दुकूल सों कंपत यों प्रगटयो तन स्वेद उरोजन दत्ता जू ठोड़ी के मूल सों।
- मुख्यमंत्री ने यह घोषणा शुक्रवार को ग्वालियर में आईटी पार्क के लोकार्पण एवं गारमेन्ट पार्क ' दुकूल ' के शिलान्यास समारोह में की।
- महाकवि बाणभट्ट ने हर्षचरित्म में बताया है कि इंद्रसभा में मां सरस्वती ने कल्पवृक्ष से प्राप्त् श्वेत दुकूल धारण किए हुए थे ।