दैवत्व उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- सम्पूर्ण चराचर जगत अर्थात् पृथ्वी, आकाश, स्वर्ग, आग, वायु, जल, वनस्पति और जीव-जंतु सब में दैवत्व की धारा प्रवाहित है।
- प्रश्नः गुरुजी मुझे आपमें दैवत्व दिखता है और महसूस होता है | तो फिर आप क्यों सामान्य लोगों की तरह पूजा करते हैं?
- भगवानबुद्ध के जीवन की घटनाओं और कई तरह के बौद्ध दैवत्व से सम्बन्धित चित्रकारियों से दीवारों और गुफाओं की ऊपरी छतें सजी हुई हैं।
- हिन्दू धर्म को दैवत्व के नारी प्रकार दिखाना का श्रेय तो ज़रूर मिलता हैं, लेकिन यह नारी प्रकार सिर्फ माँ के रूप मैं आती हैं।
- याचिका में कहा गया है कि भारत में बड़ी संख्या में साधु और ज्योतिषि हैं, जो दैवत्व और अलौकिक शक्तियां होने का दावा करते हैं।
- सम्पूर्ण चराचर जगत अर्थात् पृथ्वी, आकाश, स्वर्ग, आग, वायु, जल, वनस्पति और जीव-जंतु सब में दैवत्व की धारा प्रवाहित है।
- आओ, हम इस संघटन से विस्मित हों, ये उस संघटन की प्रस्तावना होगी, और जब तुम दैवत्व से जुड़ गए हो, तो तुम सभी चीज़ों से विस्मित होओगे।
- उनके विचारों के अनुसार, न तो सर्वोच्च भगवान होता है और न ही उससे कुछ कम दैवत्व का अस्तित्व; संस्कार ही केवल कर्म के फल उत्पन्न करता है;
- उनके इस धर्म, दैवत्व, लोक विरूद्ध कृत्य को देखकर उनके मानस पुत्र मरीचि और अन्य ऋषियों ने अनेक प्रकार से पितामह ब्रह्मा जी को समझाने की चेष्टा की।
- आओ, हम इस संघटन से विस्मित हों, ये उस संघटन की प्रस्तावना होगी, और जब तुम दैवत्व से जुड़ गए हो, तो तुम सभी चीज़ों से विस्मित होओगे।