प्रचक्रण उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- एकल दशा ” अर्थात्-चिह्न, यानी: प्रचक्रण प्रतिसमानांतर हैं, अर्थात् ठोस के लिए हमारे पास प्रति-लौहचुंबकत्व है, और दो परमाणु अणुओं के लिए एक प्रतिचुंबकत्व है.
- जिससे हमारे पास हैं और. “एकल दशा” अर्थात्-चिह्न, यानी: प्रचक्रण प्रतिसमानांतर हैं, अर्थात् ठोस के लिए हमारे पास प्रति-लौहचुंबकत्व है, और दो परमाणु अणुओं के लिए एक प्रतिचुंबकत्व है.
- सममित आणविक कक्षीय का गठन, यानी + चिह्न के साथ) प्रतिसममित प्रचक्रण दशा में (अर्थात्-चिह्न के साथ) स्वतः पाउली सिद्धांत के माध्यम से परिणत होती है.
- तथा जिसे स्वीकार करने में शेष मानव जाति को एक हजार वर्ष और लगे,-कि सौरमंडल में सूर्य स्थिर है तथा पृथ्वी अपने अक्ष पर प्रचक्रण करती हुई सूर्य की परिक्रमा करती है;
- वे कण जो फर्मी-डिराक सांख्यिकी के अनुसार व्यवहार करते है, जिनका प्रचक्रण विषम अर्ध पूर्णांक (१/२, ३/२,-) होता है और जो पाउली अपवर्जन नियम का पालन करते है, फर्मिऑन कहलाते है।
- प्रचक्रण घटाना “), बल्कि चिह्न + को-चिह्न द्वारा, और अंततः r i असतत मूल्यों द्वारा s i (= ± ½) ; जिससे हमारे पास हैं और. ”
- यह समीकरण न केवल इलेक्ट्रानों नैज कोणीय संवेग (intrinsic angular momentum) जिसे प्रचक्रण कहते है की व्याख्या करती है बल्कि इसने इलेक्ट्रान के प्रति-कण (पोजीट्रॉन) के अस्थित्व की भविष्यवाणी भी की।
- इसके विपरीत, इलेक्ट्रॉनों का कूलंब विकर्षण, यानी इस विकर्षण द्वारा एक दूसरे से बचने की उनकी प्रवृत्ति, इन दो कणों के प्रतिसममित कक्षीय प्रकार्य में (अर्थात्-चिह्न सहित) और अनुपूरक सममित प्रचक्रण प्रकार्य (अर्थात् + चिह्न सहित, तथाकथित “त्रिक प्रकार्यों” में से एक) में परिणत होगी.
- इसके विपरीत, इलेक्ट्रॉनों का कूलंब विकर्षण, यानी इस विकर्षण द्वारा एक दूसरे से बचने की उनकी प्रवृत्ति, इन दो कणों के प्रतिसममित कक्षीय प्रकार्य में (अर्थात्-चिह्न सहित) और अनुपूरक सममित प्रचक्रण प्रकार्य (अर्थात् + चिह्न सहित, तथाकथित “त्रिक प्रकार्यों” में से एक) में परिणत होगी.
- प्रचक्रण प्रकार्य के मामले में, जो चुंबकत्व के लिए जिम्मेदार है, हमने पहले ही पाउली सिद्धांत का उल्लेख किया है, यथा एक सममित कक्षीय (अर्थात् ऊपर दर्शाए गए अनुसार + चिह्न द्वारा) को प्रति-सममित प्रचक्रण प्रकार्य सहित (अर्थात्-चिह्न द्वारा) गुणा करना चाहिए, और इसके विपरीत.