बेसुर उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- सिंची छत से ओस की तिप्-तिप्! पहाड़ी काक की विजन को पकड़ती-सी क्लांत बेसुर डाक-
- (कभी आंसू भर कर कभी कई बेर, कभी ठहर कर, कभी भाव बता कर, कभी बेसुर ताल
- जिसे प्रभु से पूर्ण प्रेम हो जाता है, वह आनन्दमय मस्ती में आकर बेसुर और बेताल नाचने लगता है |
- लोगों की आंखें खुली रहें पर देख न सकें, कान बजते रहें गाना सुर में हो या बेसुर गाना आना चाहिए।
- लोगों की आंखें खुली रहें पर देख न सकें, कान बजते रहें गाना सुर में हो या बेसुर गाना आना चाहिए।
- लोगों की आंखें खुली रहें पर देख न सकें, कान बजते रहें गाना सुर में हो या बेसुर गाना आना चाहिए।
- वही लता, जिसके बारे में एक दफा उस्ताद बड़े गुलामअली खां ने कहा था कि क म्बख्त कभी गलती से भी बेसुर
- उतने बड़े उस घर में बखरी में एकमात्र हैण्डपम्प था जो छूते ही बेसुर में ही सही मीठे पानी का सोता था.
- 1) ब्रह्माण्ड के छोर पर लटकी हूं मैं, बेसुर गाती हुई, चीखकर बोलती, ख़ुद में सिमटी ताकि गिरने पर न लगे चोट।
- कुछ खून बहा, कुछ घर उजड़े, कुछ कटरे जल कर राख हुए, कुछ झीलों का पानी सूखा, कुछ सुर बेसुर बर्बाद हुए ।