विवृत्त उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- व्यंजनों सम्बन्धी लेख में हमने स्पर्श, ईशत्स्पर्श और ईशद्विवृत्त नामक तीन प्रयत्नों के बारे में जाना था, अब स्वरों के बारे में विचार करते समय निम्न प्रयत्नों को देखेंगे-१. विवृत्त-इसका अर्थ है उच्चारकों का एक दूसरे से बिलकुल स्पर्श ना होना।