अविगत उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- गरीब ऐसा अविगत राम है, अगम अगोचर नूर | सुनं सनेही आदि है,
- निर्गुण राम जपहु रे भाई? अविगत की गति लिखी न जाई ।
- ' ' कबीरदास के अनुसार इस अविगत निराधार तत्व का बार-पार नहीं जाना जा सकता।
- राम तुम्हार चरित अगम अगोचर बुद्धि पर, अविगत अकथ अपार नेति नेति बेद कह।
- अविगत गति कछु कहत न आवै, ज्यों गूंगौ मीठे फल कौ रस अंतर्गत ही पावै।
- जो न गया हो वह उसे जान नहीं सकता, कहें तो यह एक अविगत अनुभव है;
- अविगत = जिसे जाना ना जा सके| जिसका कभी नाश ना हो | जो व्यतीत न
- वह अविगत अपरंपार ब्रह्म ज्ञान रूप और सर्वत्र विद्यमान है उसके समान दूसरा कोई नहीं है।
- अविगत गति कछु कहत न आवै! इनकी कहानियां सुनकर इनके कुंवारेपन का घिसा-पिटा राज समझ में आता है:-
- लीजिये, ध्यान चकोरा चन्द ||९|| गरीब अलह अविगत राम है, कीमत कही न जाय | नाम निरंतर लीजिये,