कँवल उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- सभी की ज़िंदगी खिलता कँवल नहीं होती
- ' कँवल जो बिगसा मानसर बिनु जल गएउ सुखाइ '
- नयन नो देखा कँवल भा, निरमल नीर सरीर।
- जैसे खिलता है कँवल पाकर झलक खुर्शीद की..
- प्रकृति ही पाल रही थी, जगधात्री का कँवल शरीर...
- मुरझा ही गया दिल का कँवल धूप में आरिफ
- आइए देखते हैं क्या लिखा है कँवल भारती ने
- आँखों में हिमाकत का कँवल जब से खिला है।
- जब जिसको [कँवल आदि] नेत्र दोष होता है, तब
- कँवल भारती की प्रतिक्रिया का यही वास्तविक आशय है।