क़सम उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- यूँ ख़फ़ा न होइये सुर्ख गालों की क़सम
- ” क़सम है तारे की जब वह गिरे।
- मज़ा आ गया क़सम से इससे लिखने में।
- किसी मासूम वफ़ा ने ये क़सम खाई है
- तर्क-ए-उल्फ़त की क़सम भी कोई होती है क़सम!
- तर्क-ए-उल्फ़त की क़सम भी कोई होती है क़सम!
- ऐ माँ तेरे चेहरे की झुर्रियों की क़सम
- जिसे देखो सदाक़त की क़सम खाई दावा जैसे,
- क़सम साब, मज़ा आ गया रात '
- मेरे क़रीब न आओ तुम्हे खुदा की क़सम