नरपति उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- गरीब-भिक्षुक से लेकर धनपति श्रेष्ठी एवं नरपति सम्राट सभी उनसे स्वास्थ्य का आशीष पाते थे।
- हिन्दी के आदि महाकाव्य पृथ्वीराज रासो [75] तथा वीसलदेव रास[76] नरपति नाल्ह) में गंगा का उल्लेख है।
- इस रचना में उन्होंने स्वयं को कहीं “ नरपति ” लिखा है और कहीं “ नाल्ह ” ।
- नरपति एक सिंहासन सोइया, सपने भया भिखारी अछत राज बिछुरत दुखु पाइया, सो गति भई हमारी।
- जनक के सामन नरपति न हुआ, न होगा, न है ; जिनकी पुत्री सर्वमंगलमयी जानकीजी हुईं।।
- उपर्युक्त पुस्तकों में ' नरवइ बोध ' के नाम (नरवइ त्र नरपति) में ही अपभ्रंश का आभास है।
- हे नरपति! यदि तुम ब्राह्मणों को वश में कर लो, तो ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी तुम्हारे अधीन हो जाएँगे॥2॥
- रवीन्द्र मनस्वी कवि थे, वे कभी किसी विदेशी नरपति की स्तुति में इतना मनोहर गान लिख ही नहीं सकते थे।
- देश-देश के नरपति हाथी, घोड़े और रथों की ध्वनि से पृथ्वी को मुखरित करते हुए सज-धजकर विदर्भ देश में पहुँचने लगे।
- इस तरह दलपति विजय, नरपति नाल्ह, बरदाई और नल्लसिंह भाट की रचनाओं को भी “डिंगल” साहित्य में मान लेना अवैज्ञानिकता है।