पापरहित उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- अनेक तरह के यज्ञ से जुड़ी त्याग की भावना हर इंसान को स्वार्थ, अहं की भावना से मुक्त कर दोष और पापरहित बना देता है।
- भावार्थ: वह पापरहित योगी इस प्रकार निरंतर आत्मा को परमात्मा में लगाता हुआ सुखपूर्वक परब्रह्म परमात्मा की प्राप्ति रूप अनन्त आनंद का अनुभव करता है॥28॥
- इस नवाह्न यज्ञ से छली, मूर्ख, अमित्र, वेद-विमुख निंदक, चोर, व्यभिचारी, उठाईगीर, मिथ्याचारी, गो-देवता-ब्राह्मण निंदक तथा गुरुद्वेषी जैसे भयानक पापी शुद्ध और पापरहित हो जाते हैं।
- इस नवाह्न यज्ञ से छली, मूर्ख, अमित्र, वेद-विमुख निंदक, चोर, व्यभिचारी, उठाईगीर, मिथ्याचारी, गो-देवता-ब्राह्मण निंदक तथा गुरुद्वेषी जैसे भयानक पापी शुद्ध और पापरहित हो जाते हैं।
- सभी सकाम कर्मों को पार कर वह संसिद्धि को प्राप्त हो, पापरहित हो परम गति को प्राप्त होता है (६ / ४ ५) ।
- उसका जन्म लगभग 2000 वर्ष पहले वैथलेहम में हुआ, उसने पापरहित जीवन बिताया, कई महान चमत्कार किए, पिता के ईश्वरीय ज्ञान का प्रचार किया और शिक्षा दी।
- जिनकी शरण जाने पर मुझ जैसे पापराशि भी शुद्ध (पापरहित) हो जाते हैं, उन अविनाशी श्री रामजी को मैं नमस्कार करता हूँ॥ 4 ॥
- दूसरी बात यह है कि ह्रदय में दीन बनने के लिए हमें प्रभु यीशु मसीह को अपना आदर्श मानना है जो सिद्ध है, पापरहित है, अनुकरणीय है।
- मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि मैं एक सन्त बन गया हूँ या पापरहित हो गया हूँ और न ही यह कि मैं दुनिया का सबसे सफ़ल व्यक्ति हूँ।
- ' ' २-‘‘ तत् परमात्मा, सवितु:-तेजस्वी, वरेण्यं-श्रेष्ठ, भर्गो-पापरहित और देवस्य-दिव्य है, उसको अन्त: करण में-धीमहि करता हूँ।