क़लम उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- मसि कागद छूवो नहीं, क़लम गही नहिं हाथ.
- हाथ में मेरे क़लम है सामने मेरे दवात
- मेरे क़लम पे ज़माने की गर्द ऐसी थी
- मालवीयजी की क़लम भला तुच्छ हो सकती है।
- सुनाती सियाही क़लम की जुबानी …. स्वयं
- गुज़र जाऊँगा दुनिया से क़लम ये ठहर जायेगी
- बंदूक़ क़लम से ज़्यादा प्यारी हो जाती है.
- क़लम वही है जिसे चीरा लगाया जाए ।
- मेरा क़लम तो ज़मानत मेरे ज़मीर की है॥
- वो लिखते सिर्फ ‘माउन्ड ब्लान्क ' क़लम से हैं।