मुकुर उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- इसीलिए तो भगवान का मुख है कि वह प्रतिबिम्ब-दर्शन मुकुर नहीं है,
- तुलसीदासजी ने कहा है-श्रीगुरु चरण सरोज रज निज मन मुकुर सुधारि।
- भाषा भी तब दीवार बनती है जब वह अदृश्य मुकुर की तरह हो
- भगवान्, आदमी मुँह से बात कहकर इतनी बेसरमी से मुकुर जाता है।
- अरथ अमित अति आखर थोरे॥ जिमि मुख मुकुर, मुकुर निज पानी ।
- अरथ अमित अति आखर थोरे॥ जिमि मुख मुकुर, मुकुर निज पानी ।
- मुकुर में जो प्रतिबिंब पड़ता है उसका नमूद बाहरी आकृति ही में होता है।
- भ्रकुटियोंवृषभानुसुतालसै । जनु अनंग सरासन को हँसै मुकुर तौ पर दीपति को धानी ।
- और कवि को हम ‘वाक्सिद्ध ' अथवा स्रष्टा तभी कहते हैं जब वह मुकुर में
- उनकी कविताएँ उर्दू की अच्छी परम्परा में होने के अतिरिक्त युग का मुकुर थीं।