अकंपित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शायद बीच-बीच में एकाद क्षण अगर कीकी अकंपित हो भी जाये वहाँ पर भी विचार बेक्टेरिया की भांति होते ही है .
- आज संशय ने हृदय की देहरी पर बैठकर मुस्कान कुछ ऐसी बिखेरी , अकंपित लौ नेह की कुछ कँपकपाई यों लगा जो लड़खड़ाई साध मेरी।
- आज संशय ने हृदय की देहरी पर बैठकर मुस्कान कुछ ऐसी बिखेरी , अकंपित लौ नेह की कुछ कँपकपाई यों लगा जो लड़खड़ाई साध मेरी।
- महावीर जी की मृत्यु निश्चित मान , चण्ड कौशिक ने अहं से भरकर , जब अपना फन ऊपर उठाया तो दंग रह गया ! क्योंकि सामने विराजमान विभूति अब भी अकंपित व स्थिर थी।
- मैं अकंपित दीप प्राणों का लिए , यह तिमिर तूफान मेरा क्या करेगा? बन्द मेरी पुतलियों में रात है, हास बन बिखरा अधर पर प्रात है, मैं पपीहा, मेघ क्या मेरे लिए, जिन्दगी का नाम ही बरसात है, साँस में मेरी उनंचासों पवन, यह प्रलय-पवमान मेरा क्या करेगा?
- मैं अकंपित दीप प्राणों का लिए , यह तिमिर तूफान मेरा क्या करेगा? बन्द मेरी पुतलियों में रात है, हास बन बिखरा अधर पर प्रात है, मैं पपीहा, मेघ क्या मेरे लिए, जिन्दगी का नाम ही बरसात है, साँस में मेरी उनंचासों पवन, यह प्रलय-पवमान मेरा क्या करेगा?
- उनके कई गीतों में से यह भी मुझे भी उतना ही प्रिय है जितना कि मैं अकंपित दीप प्राणोम का लिये ये तिमिर तूफ़ान मेरा क्या करेगा और पीड़ा मिली जनम के द्वारे , अपयश पाया नदी किनारे और अब सही जाती नहीं ये निर्दयी बरसा त.
- राजनीति में मुझे सर्वाधिक सोनिया गांधी ने प्रभावित किया है क्योंकि इस पूरे साल उनकी पार्टी की सरकार को भारी जलालत झेलनी पडी और इसके बाद भी वे अकंपित बनी रहीं , ब्लॉगर जगत में सर्वाधिक प्रभावित करने वाली शिखा कौशिक हैं, जिन्होंने हर ज्वलंत विषय पर अपना बेबाक नजरिया रखा है और उसे सराहा भी गया है
- संग्रह में महादेवी के 46 गीत है जिसमें उनके कुछ अत्यंत लोकप्रिय गीत भी शामिल हैं जैसे दीप मेरे जल अकंपित घुल अचंचल , सब बुझे दीपक जला लूँ, किसी का दीप निष्ठुर हूँ, मधुर मधुर मेरे दीपक जल, क्यों न तुमने दीप बाला, जब यह दीप थके तब आना, धूप सा तन दीप सी मैं और यह मंदिर का दीप इत्यादि।
- संग्रह में महादेवी के 46 गीत है जिसमें उनके कुछ अत्यंत लोकप्रिय गीत भी शामिल हैं जैसे दीप मेरे जल अकंपित घुल अचंचल , सब बुझे दीपक जला लूँ , किसी का दीप निष्ठुर हूँ , मधुर मधुर मेरे दीपक जल , क्यों न तुमने दीप बाला , जब यह दीप थके तब आना , धूप सा तन दीप सी मैं और यह मंदिर का दीप इत्यादि।