अकारांत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पर कर्ता कारक में केवल सकर्मक भूतकालिक क्रिया के सर्वनाम कर्ता के तथा अकारांत संज्ञा कर्ता में मिलता है।
- ऊष्मों के स्थान पर स् का प्रयोग है तथा अकारांत कर्ता कारक एकवचन रूप ओ में अंत होता है।
- ऊष्मों के स्थान पर स् का प्रयोग है तथा अकारांत कर्ता कारक एकवचन रूप ओ में अंत होता है।
- विधान २अ- पुल्लिंग अकारांत , इकारांत, इकारांत के अ, ए, इ, को हटाकर 'आण' .'याण “, वाण', प्रत्यय लगाने से पुल्
- अकारांत संज्ञाओं के ऐसे रूपों का संस्कृत में सर्वथा अभाव है , किंतु वैदिक में देवेर्भि, उतना ही सुप्रचिलित है जितना देवै:।
- इनमें हमें र् के स्थान पर ल् तथा अकारांत संज्ञाओं के कर्ता कारक एक वचन की ए विभक्ति प्राप्त होती है।
- अकारांत संज्ञाओं के ऐसे रूपों का संस्कृत में सर्वथा अभाव है , किंतु वैदिक में देवेर्भि, उतना ही सुप्रचिलित है जितना देवै:।
- इनमें हमें र् के स्थान पर ल् तथा अकारांत संज्ञाओं के कर्ता कारक एक वचन की ए विभक्ति प्राप्त होती है।
- ओकारांत शब्द आकारांत हो जाते हैं-घोड़ों से घोड़ा , कपड़ों से कपड़ा आदि; उकारांत शब्द अकारांत हो जाते हैं-घरु से घर, वणु (वृक्ष)
- कुमाउंनी भाषा में लिंग दृष्टि से अकारांत , व्यंजनान्त, ऐकारांत और ऐंकारांत संज्ञाएँ पुल्लिंग व स्त्रीलिंग दोनों प्रकार कि पाई जाती हैं .