अज्ञता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- गोपाल दास ने अज्ञता प्रगट करते हुए कहा- यह मैं सच कह रहा हूं , मुझे इस पूर्व की घटना का पता नहीं था।
- भावार्थ : हे भरतवंशी अर्जुन! संसार में इच्छा और द्वेष से उत्पन्न सुख-दुःखादि द्वंद्वरूप मोह से सम्पूर्ण प्राणी अत्यन्त अज्ञता को प्राप्त हो रहे हैं॥27॥
- कितना ही कहो , हजार-हजार फिक्र करो ये उस अज्ञता के कीचड़ के बाहर न होंगे , दक्षिणा के लोभ से उसी में सौंदे पड़े रहेंगे।
- मैं वैद जी के साहित्य को लेकर अपनी अज्ञता पहले ही जता चुका हूँ और निस्संदेह अब उसे पढने की प्रेरणा इस विमर्श से प्राप्त हो रही है .
- एक ओर तो उसने अज्ञता , लोभ, धन, दुर्जनता, अहंकार आदि की निन्दा की है तो दूसरी ओर विद्या, सज्जनता, उदारता, स्वाभिमान, सहनशीलता, सत्य आदि गुणों की प्रशंसा भी की है।
- वैसे ' बिटवीन द लाईंस ' ऐसी बातों का कोई और मतलब हो तो फ़िर अपनी अज्ञता क्षम्य है , पहले से ही सर्टिफ़ाईड फ़ैल्योर हैं हम इस विधा के : ))
- कहने को ई पी डब्ल्यू में भी कभी कुछ लिखा है , पर आम तौर से मैं इससे बचता हूँ.राजनैतिक विचारों पर जो बहस होती है, उसमें शामिल होते हुए मुझे अपनी अज्ञता का ख़याल रहता है.
- जैसे क्रूर और तृष्णा के समान सदा भूखी कुत्ती के पीछे चलने वाला कुत्ता शव को खा जाता है , वैसे ही निष्ठुर और तृष्णारूपी भार्या के पीछे चलने वाला चित्त अज्ञता को प्राप्त हुए मुझको खा गया है।।
- सर्वभूतानि सम्मोहं सर्गे यान्ति परन्तप ॥ भावार्थ : हे भरतवंशी अर्जुन ! संसार में इच्छा और द्वेष से उत्पन्न सुख-दुःखादि द्वंद्वरूप मोह से सम्पूर्ण प्राणी अत्यन्त अज्ञता को प्राप्त हो रहे हैं॥ 27 ॥ येषां त्वन्तगतं पापं जनानां पुण्यकर्मणाम् ।
- विश् वास बहुत कुछ अज्ञता और मूर्खता पर निर्भर रहता है इसलिए हाल के जमाने के चालाक ब्राह्मणों ने पहले प्रजा को पढ़ने से रोका , वेद उनसे छिपाया और देश भर को मूर्ख कर डाला तब जैसा चाहा वैसा उनके मन में विश् वास जमा दिया।