अटन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जो मनुष्य हरि के तीर्थों का अटन करते हैं या हरिवासर का आश्रय लेते हैं एवं हरि को नित्य प्रणाम करते हैं तथा हरि का अर्चन किया करते हैं , वे मनुष्य भी मेरी महाघोर संयमनीपुरी में नहीं जाया करते हैं।
- मृगया = शिकार , पिशुनता = वह चुगली जिसमें गवाह भी साथ हों अर्थात तगड़ी चुगली , असूया = किसी के गुण को भी अवगुण समझना , अटन = घूमना , मुझे उम्मीद है कि द्यूत , स्त्री-आशक्ति चुगली जैसे शब्दों के अर्थ सबको पता होंगे।
- मृगया = शिकार , पिशुनता = वह चुगली जिसमें गवाह भी साथ हों अर्थात तगड़ी चुगली , असूया = किसी के गुण को भी अवगुण समझना , अटन = घूमना , मुझे उम्मीद है कि द्यूत , स्त्री-आशक्ति चुगली जैसे शब्दों के अर्थ सबको पता होंगे।
- रीठा ( Sapindus mukorossi ) , कुछ तैलीय पदार्थों- सरसों , च्यूरा ( Diploknema butyracea ) , तिल आदि की खली , तुन ( Toona ciliata ) के छिलकों की राख , चावलों का माँड बेसन , अटन ( Parietaria deilis ) , भौरड़ ( Ipoea nil ) , भीमल ( Grewi aoptiva ) , रामबाँस ( Agave ameriacana ) , आँवला , कोदो के भूसे की राख और कभी-कभी मट्ठा आदि चीजे साबुन के रुप में प्रयोग की जाती थीं।
- रीठा ( Sapindus mukorossi ) , कुछ तैलीय पदार्थों- सरसों , च्यूरा ( Diploknema butyracea ) , तिल आदि की खली , तुन ( Toona ciliata ) के छिलकों की राख , चावलों का माँड बेसन , अटन ( Parietaria deilis ) , भौरड़ ( Ipoea nil ) , भीमल ( Grewi aoptiva ) , रामबाँस ( Agave ameriacana ) , आँवला , कोदो के भूसे की राख और कभी-कभी मट्ठा आदि चीजे साबुन के रुप में प्रयोग की जाती थीं।