अनंतमूल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भांगरा , त्रिफला , अनंतमूल , आम की गुठली इन सभी का मिश्रण तथा 10 ग्राम मंडूर कल्क व आधा किलो तेल को एक किलो पानी के साथ पकायें।
- भांगरा , त्रिफला , अनंतमूल , आम की गुठली इन सभी का मिश्रण तथा 10 ग्राम मंडूर कल्क व आधा किलो तेल को एक किलो पानी के साथ पकायें।
- पहले चिरौंजी , अब अनंतमूल - उपयोगी वनस्पतियों की सचित्र जानकारी की डोज़ इसी प्रकार पोस्ट्स के बीच में देते रहिये तो हमारी जानकारी भी बढती रहेगी , धन्यवाद !
- नागजिह्वा ( अनंतमूल ) की जड को मंगलवार के दिन लाल रंग के रेशमी कपडे अथवा डोरे में बांध कर धारण करने से मंगल ग्रह का प्रकोप शांत होता है।
- गहरे कत्थई रंग के पतले सूत्राकार तने पर लगी जिव्हाकार , लम्बी , गहरी हरी पत्तियों में सफ़ेद शिराओं वाले आकर्षक पादप का नाम है सारिवा यानी अनंतमूल यानी Hemidesmus indicus .
- मंगल - अनंतमूल 4 . बुध - विधारा की जड़ 5 . शुक्र - सिंहपुछ की जड़ 6 . शनि - बिच्छोल की जड़ 7 . राहु - खेत चंदन की जड़ 8 .
- पुनर्नवा ( पथरचटा-गदहपुरैना ) , सहदेई , सारिवा ( छितवन ) , अनंतमूल , कुरंट ( लाल फूल का पिया बासां ) तथा उत्पल ( नीलकमल ) इन सभी का तेल बनाकर लगाने से सौभाग्य और सुंदरता में वृद्धि होती है . ...........................
- पुनर्नवा ( पथरचटा-गदहपुरैना ) , सहदेई , सारिवा ( छितवन ) , अनंतमूल , कुरंट ( लाल फूल का पिया बासां ) तथा उत्पल ( नीलकमल ) इन सभी का तेल बनाकर लगाने से सौभाग्य और सुंदरता में वृद्धि होती है . ...........................
- फेफड़े सम्बंधित रोग , एकाकीपन और भावनात्मक समस्याओं का समाधान होगा.मंगलआपकी कुंडली में मंगल नीच का होकर कर्क राशि में हो या आप मांगलिक हों तो मृगशिरा नक्षत्र वाले दिन अनंतमूल की जड़ शुद्धिकरण के पश्चात हनुमान जी की पूजा कर के ऊँ अं अंगारकाय नम:
- सूर्य की शांति के लिए बेल की जड़ , चंद्र के लिए खिन्नी की जड़ , मंगल के लिए अनंतमूल की जड़ , बुध के लिए विधारा की जड़ , गुरु के लिए संतरे या केले की जड़ , शुक्र के लिए सरफाकों की जड़ तथा शनि की शांति के लिए बिच्छुए की जड़ धारण करने की बात ज्योतिष के प्राचीन ग्रंथों में लिखी है।