अनन्तनाथ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ : धर्मनाथ जी १६ :
- वह अपने एक-एक प्राणवाह में इन विशाल कालखण्डों का समावेश करता हुआ ब्रह्मा , विष्णु , रुद्र , श्रीकण्ठनाथ , अनन्तनाथ , रुद्र , ईश्वर , सदाशिव आदि तत्त्वेश्वरों के काल को दृढ़ भावना से व्याप्त कर लेता है।
- वह अपने एक-एक प्राणवाह में इन विशाल कालखण्डों का समावेश करता हुआ ब्रह्मा , विष्णु , रुद्र , श्रीकण्ठनाथ , अनन्तनाथ , रुद्र , ईश्वर , सदाशिव आदि तत्त्वेश्वरों के काल को दृढ़ भावना से व्याप्त कर लेता है।
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ :
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ :
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ : धर्म
- १ : ऋषभदेव जी २ : अजितनाथ जी ३ : सँभवनाथ ४ : अभिनन्दन जी ५ : सुमतिनाथ जी ६ : पद्मप्रभु जी ७ : सुपार्श्वनाथ जी ८ : चन्द्रप्रभु जी ९ : सुविधिनाथ जी १० : शीतलनाथ जी ११ : श्रेयांसनाथ जी १२ : वासुपुज्य जी १३ : विमलनाथ जी १४ : अनन्तनाथ जी १५ : धर्म
- एक प्राचीन जैन मन्दिर के अवशेषों पर बना था , और इस बात को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा की गयी खुदाई भी सिद्ध करती है| अयोध्या वह स्थान है जहाँ पर पाँच जैन तीर्थकर ऋषभदेव, अजीतनाथ, अभिनन्दनजी, सुमतिनाथ, और अनन्तनाथ रहे थे| 18वीं सदी के जैन धर्म के लेखो के आधार मेहता कहते है कि यह प्राचीन नगर आज से 450 वर्ष पहले जैन और बौद्ध धर्म के पाँच सबसे बड़े केन्द्रो मे से एक था| मेहता कहते है कि इस स्थान को जैन समुदाय को दे देना चाहिए|