अनार्तव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मधुमेह ( ढिअबेटेस् ंएल्लिटुस्)-१९२३ में मधुमेह की चिकित्सा इनसुलिन से आविष्कारके पहले मधुमेह रोगिणियों को कदाचित ही सगर्भता होती थी, क्योंकि चिकित्सा केअभाव में संगीन रोगिणियों को बहुधा अनार्तव (अमेनोर्र्होएअ) हो जाता था.
- किसी व्यक्ति के शरीर में आयोडीन की मात्रा ज्यादा होने से घबराहट , दिल की धड़कन तेज होना , शरीर में कंपन होना , उत्तेजना बढ़ना , नपुसंकता , अनार्तव जैसे रोग पैदा हो जाते हैं।
- किसी व्यक्ति के शरीर में आयोडीन की मात्रा ज्यादा होने से घबराहट , दिल की धड़कन तेज होना , शरीर में कंपन होना , उत्तेजना बढ़ना , नपुसंकता , अनार्तव जैसे रोग पैदा हो जाते हैं।
- मुद्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के रोगों का इलाज किया जा सकता है जैसे- आधे सिर का दर्द , आमाशय की जलन और सूजन , आमाशय का घाव ( अल्सर ) , अनार्तव ऋतुरोध , पतले दस्त या अतिसार , बेहोशी , मानसिक तनाव , ब्रांकियल अस्थमा , एक्यूट ब्रोंकाइटिस ...............................
- मुद्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के रोगों का इलाज किया जा सकता है जैसे- आधे सिर का दर्द , आमाशय की जलन और सूजन , आमाशय का घाव ( अल्सर ) , अनार्तव ऋतुरोध , पतले दस्त या अतिसार , बेहोशी , मानसिक तनाव , ब्रांकियल अस्थमा , एक्यूट ब्रोंकाइटिस ...............................
- स्त्री रोग से सम्बन्धित लक्षण : - मासिकधर्म के समय में स्राव से सम्बन्धित गड़बड़ियां उत्पन्न हो जाती है , अनार्तव ( ऐमेनोरिया ) , मासिकस्राव नियमित समय से बहुत पहले और कम मात्रा में होना , विशेषकर उन स्त्रियों में जिन में खून की कमी हो , मासिकधर्म के समय में रात को अधिक गर्मी महसूस हो रही हो तो इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित स्त्री रोगी के रोग को ठीक करने के लिए मैंगानम असेटिकम औषधि का प्रयोग करना चाहिए जिसके फलस्वरूप रोग ठीक हो जाता है।
- स्त्री रोग से सम्बन्धित लक्षण : - मासिकधर्म के समय में स्राव से सम्बन्धित गड़बड़ियां उत्पन्न हो जाती है , अनार्तव ( ऐमेनोरिया ) , मासिकस्राव नियमित समय से बहुत पहले और कम मात्रा में होना , विशेषकर उन स्त्रियों में जिन में खून की कमी हो , मासिकधर्म के समय में रात को अधिक गर्मी महसूस हो रही हो तो इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित स्त्री रोगी के रोग को ठीक करने के लिए मैंगानम असेटिकम औषधि का प्रयोग करना चाहिए जिसके फलस्वरूप रोग ठीक हो जाता है।