अनाविल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह प्रकृति किसके लिए प्रेरणास्पद नहीं होगी , कौन इसकी अनाविल असीम सत्ता को , इसके अजस्र स्नेह को महसूस नहीं करता होगा।
- देखते ही देखते मुम्बई से सुरत , वड़ोदरा और ताप्ती लाइन में शायद ही कोई ऐसा स्टेशन हो जहां तार-टिकट या स्टेशन मास्टर अनाविल न हों ।
- जब हम देश और काल में इन विश्वासों को ठीक-ठीक समझ लेंगे तभी उनके आधार पर रचित साहित्य के अनाविल रस का , रूप का परिचय पा सकेंगे।
- सुरत में बरसों रहा हूँ , और अनाविल के अलावा घांची , गोला , खत्री , दूबळां और ढेडा आदि जातियॊं के लोगों से अच्छा खासा परिचय भी रहा है।
- ' ' शिरीष के फूल फक् कड़ाना मस् ती से ही उपज सकते हैं और मेघदूत का काव् य उसी प्रकार के अनासक् त अनाविल उन् मुक् त हृदय से उमड़ सकता है।
- जो कली खिलेगी जहाँ , खिली , जो फूल जहाँ है , जो भी सुख जिस भी डाली पर हुआ पल्लवित , पुलकित , मैं उसे वहीं पर अक्षत , अनाघ्रात , अस्पृष्ट , अनाविल , हे महाबुद्ध ! अर्पित करती हूँ तुझे।
- जो कली खिलेगी जहाँ , खिली , जो फूल जहाँ है , जो भी सुख जिस भी डाली पर हुआ पल्लवित , पुलकित , मैं उसे वहीं पर अक्षत , अनाघ्रात , अस्पृष्ट , अनाविल , हे महाबुद्ध ! अर्पित करती हूँ तुझे।
- ब्राह्मणों को सम्पूर्ण भारतवर्ष में विभिन्न उपनामों से जाना जाता है , जैसे पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के कुछ भागों में त्यागी, बिहार व बंगाल में भूमिहार, जम्मू कश्मीर, पंजाब व हरियाणा के कुछ भागों में महियाल, मध्य प्रदेश व राजस्थान में गालव, गुजरात में अनाविल, महाराष्ट्र में चितपावन एवं कार्वे, कर्नाटक में अयंगर एवं हेगडे, केरल में नम्बूदरीपाद, तमिलनाडु में अयंगर एवं अय्यर, आंध्र प्रदेश में नियोगी एवं राव तथा उड़ीसा में दास एवं मिश्र आदि बिहार में मैथिल ब्राह्मण (
- त्यागी अर्थात भूमिहार आदि ब्रह्मऋषि वंशज यानि अयाचक ब्राह्मणों को सम्पूर्ण भारतवर्ष में विभिन्न उपनामों जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश , उत्तरांचल, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के कुछ भागों में त्यागी, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार व बंगाल में भूमिहार, जम्मू कश्मीर, पंजाब व हरियाणा के कुछ भागों में महियाल, मध्य प्रदेश व राजस्थान में गालव, गुजरात में अनाविल, महाराष्ट्र में चितपावन एवं कार्वे, कर्नाटक में अयंगर एवं हेगडे, केरल में नम्बूदरीपाद, तमिलनाडु में अयंगर एवं अय्यर, आंध्र प्रदेश में नियोगी एवं राव तथा उड़ीसा में दास एवं मिश्र आदि उपनामों से जाना जाता है।