अनेकान्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- महावीर ने धर्म का मर्म , अनेकान्त और अहिंसा बताया।
- देकर अनेकान्त संदेश , सम्यक सोच बढ़ाएं हम।
- महावीर ने धर्म का मर्म अनेकान्त और अहिंसा बताया।
- अनेकान्त के साथ , सभी का ऊँचा माथा .
- निश्चय ही अनेकान्त आपको सहिष्णु बनाता है।
- अनेकान्त को मानने में कोई विवाद होना ही नहीं चाहिए।
- यह टीका अनेकान्त और स्याद्वाद पर विशेष प्रकाश डालती है।
- - डा . अनेकान्त जैन - 15
- - डा . अनेकान्त जैन - 15
- उन्होंने कहा धर्म का हृदय अनेकान्त है और अनेकान्त का