अन्दोह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 126 - जिसने अमल में कोताही की वह रंज व अन्दोह में बहरहाल मुब्तिला होगा और अल्लाह को अपने बन्दे की कोई परवाह नहीं है जिसके जान व माल में अल्लाह का कोई हिस्सा न हो।
- अगले वक़तो के हैं ये लोग इन्हें कुछ न कहो जो मय व नग़मा को अन्दोह रूबा कहते हैं उन्होंनें शराब व संगीत को बर्बाद करने वाली चीजें नहीं माना , उल्टे पुराने लोगों की हंसी उड़ाई।
- ( यानी अन्दोह व मलाल उसे चिमटा रहता है और ख़ौफ़ उस पर छाया रहता है ) उसके दिल में हिदायत का चिराग़ रौषन है और उसने आने वाले दिन की मेहमानी का इन्तेज़ाम कर लिया है।
- 5 - गोश्त ( अकल ) हराम से नशो नुमा पाता रहा है इसको ग़म व अन्दोह से पिघलाओ यहाँ तक के खाल को हड्डियों से मिला दो के फिर से इन दोनों के दरम्यान नया गोश्त पैदा हो।
- ऐ अल्लाह ! मैं सफ़र की मशक्कत ( यात्रा के कष्ट ) और वापसी के अन्दोह ( दुख ) और अहलो माल ( आश्रितों एंव धन ) की बदहाली के मंज़र ( दृश्त ) से पनाह ( शरण ) मांगता हूं।
- अल अजब सुम्मा अल अजब ! ख़ुदा की क़सम उन लोगों का बातिल ( अधर्म ) पर ऐका कर लेना और तुम्हारी जमईअत का मुन्तशिर हो जाना , दिल को मुर्दा कर देता है , और रंजो अन्दोह बढ़ा देता है।
- जब सईस कूफ़े पहुंचे , तो इब्ने अबिल हदीद की रिवायत के मुताबिक़ हज़रत रंजो अन्दोह के आलम में बाबुससिद्दह पर आकर बैठ गए और नासाज़िए तबीअत की वजह से यह ख़ुत्बा लिख कर अपने ग़ुलाम को दिया कि वह पढ़कर सुना दे।
- उन के गुमराह हो जाने और तुम्हारे कलक व अन्दोह ( दुख व क्षोभ ) से छुटकारा पाने के लिये यही बहुत है कि वह हक़ व हिदायत की तरफ़ से भाग रहे हैं और जिहालत व गुमराही की तरफ़ दौड़ रहे हैं।
- हमारी क़ौम ( कुरैश ) ने हमारे नबी ( स 0 ) को क़त्ल करने और हमारी जड़ उख़ाड़ फ़ेंकने का इरादा किया , और हमारे लिये गमो अन्दोह के सरो सामान किये , और बुरे से बुरे बर्ताव हमारे साथ रवा रखे।
- 99 . जो अमल ( कर्म ) में कोताही ( शिथिलता ) करता है वह रंज व अन्दोह ( दुख व क्षोभ ) में मुब्तला ( ग्रस्त ) रहता है , और जिस के माल व जान में अल्लाह का कुछ हिस्सा न हो अल्लाह को ऐसे की कोई ज़रुरत नहीं।