अन्नजल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एक तरफ़ देवी मन्दिरों मे बलि चढना और उनके भक्तो का अन्नजल छोड़कर उपवास करना , घोर विरोधाभास ही तो है।
- यदि तुम मेरा कहना न मानोगे , तो मैं अन्नजल त्याग दूंगी और तुम्हारे ऊपर माता की हत्या का पाप लगेगा।
- देवर्षि नारद से लक्ष्मी नारायण मन्त्र में दीक्षित होकर यहीं पर उन्होंने अन्नजल परित्याग कर कठोर रूप में आराधना की थी।
- अब मैं किसके पास शिकायत लेकर जाऊं ? जब तक उन दोनों के सिर मेरे सामने न आ जायेंगे , मेरे लिए अन्नजल निषिद्ध है।
- इसी ‘ जीरो फिगर ' की वजह से मेरी ‘ वो ' ने तो एकदम ‘ अन्नजल ' ग्रहण करना ही छोड़ दिया है और ‘ योगाभ्यास ' में अपने को ‘ रत ' कर लिया है।
- क्योंकि जब मनुष्य को श्राद्ध , तर्पण से अन्नजल पहुँचता है तो जीते हुये परदेश में रहने वाले तथा मार्ग में चलने वालों को घर में रसोई बनी हुई थाली परोस , लोटा भरकर उसके नाम पर रखने से क्यों नहीं पहुँचता ? जो जीते हुये दूर देश अथवा दस हाथ पर दूर बैठे हुये को दिया हुआ नहीं पहुँचता तो मरे हुए के पास किसी भी प्रकार नहीं पहुँच सकता।