अपभ्रंशित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कनिष्क महान के वंशवृक्ष से अपनी वंशबेल मिलती = उनका जातिसूचक नाम ' कसाना' था जिसको वह कनिष्क महान के कुषाण-वंश से अपभ्रंशित मानते थे.
- भरत खंड में महिर्ष भृगु ने तपस्या की थी उस स्थल को भृगु क्षेत्र कहते हैं , यही अपभ्रंशित होकर ` भड़ौच ' हो गया।
- तीज पर ससुराल पक्ष के लोग अपनी बहु के स्वागत व श्रृगांर के लिए श्रृगांरा भी लाते है , जिसको बाद में अपभ्रंशित होकर सिंधारा कहा जाने लगा है।
- कई लोगों के अनुसार भाषा का मुल उद्देश्य केवल भावनाओं की अभिव्यक्ती मात्र है , दुसरे शब्दों में, अगर भाषा का अपभ्रंशित रूप यदि इस उद्देश्य की पुर्ती करता है तो स्वीकार्य होना चाहिये।
- कई लोगों के अनुसार भाषा का मुल उद्देश्य केवल भावनाओं की अभिव्यक्ती मात्र है , दुसरे शब्दों में, अगर भाषा का अपभ्रंशित रूप यदि इस उद्देश्य की पुर्ती करता है तो स्वीकार्य होना चाहिये।
- मैं मानता हूँ कि किसी भी भाषा के विकास के लिए उसका अपभ्रंशित होना कहीं न कहीं फायदेमंद होता है , पर ऐसा भी क्या अपभ्रंश कि हमारी हिन्दी का अंश भी तलाशना मुश्किल हो जाए.
- कई लोगों के अनुसार भाषा का मुल उद्देश्य केवल भावनाओं की अभिव्यक्ती मात्र है , दुसरे शब्दों में , अगर भाषा का अपभ्रंशित रूप यदि इस उद्देश्य की पुर्ती करता है तो स्वीकार्य होना चाहिये।
- समस्या है संस्कृत आधारित हिंदी का अपने मूल रूप अपभ्रंशित हो जाना ! इस्लाम के आगमन के साथ ही भारत में दो नई भाषों का आगमन हुआ अरबी और फारसी , मगर ना तो भारत में अरबी ही चली और ना ही फारसी ! चलने का मतलब है कि ना अरबी ही भारतीयों के बोलचाल की भाषा के रूप में जगह बना पाई और ना ही फारसी !
- बहरहाल सनातन धर्म में ' स् व ' को जगाने , ' स् व ' की शक् तियों को पहचानने और ' स् व ' के ही उत् थान को जितने विस् तृत उपाय व मार्ग बताये गये हैं वे सभी के सभी आत् मउत् थान के लिए काफी हैं मगर इनका अपभ्रंशित रूप इनके औचित् य को स् वयं ही कठघरे में खड़ा किये दे रहा है तभी तो .....
- तो अब समस्या यह है कि आख़िर वजह क्या है , तो कहीं न कहीं यह हमारी अमेरिकी या यूरोपीय न होने की कुंठा में ही निहित है ( हम भारत में क्यों जन्मे ? हम औरों से बेहतर हैं . जाने किससे .... ? ) . मैं मानता हूँ कि किसी भी भाषा के विकास के लिए उसका अपभ्रंशित होना कहीं न कहीं फायदेमंद होता है , पर ऐसा भी क्या अपभ्रंश कि हमारी हिन्दी का अंश भी तलाशना मुश्किल हो जाए .